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बीए सेमेस्टर-2 राजनीति विज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :160
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2724
आईएसबीएन :0

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बीए सेमेस्टर-2 राजनीति विज्ञान - सरल प्रश्नोत्तर

अध्याय - 14 
न्याय

(Justice)

न्याय की संकल्पना प्राचीन काल से ही राजनीति - चितंन का महत्त्वपूर्ण विषय रही है। परन्तु आधुनिक युग तक आते-आते इसमें मौलिक परिवर्तन आ गया है। परंपरागत दृष्टिकोण के अन्तर्गत न्याय के स्वरूप की व्याख्या करने के लिए मुख्यतः 'न्याय परायण व्यक्ति' अर्थात् सच्चरित्र व्यक्ति के गुणों पर विचार किया जाता था। उनमें उन सद्गुणों की तलाश की जाती थी जो व्यक्ति को न्याय की ओर प्रेरित करते हैं। उन दिनों साधारणतः प्रचलित मूल्यों और मान्यताओं को न्यायपूर्ण माना जाता था। आधुनिक युग में विशेषतः समाजवादी चिंतन के प्रेरणा से यह सोचा जाता है कि 'न्यायपूर्ण समाज' कैसा होना चाहिए? इसका ध्येय बनी बनायी व्यवस्था को बनाए रखना नहीं है, बल्कि आधुनिक चेतना के अनुसार सामाजिक परिवर्तन को बढ़ावा देना है। जहाँ परम्परागत दृष्टिकोण का मुख्य सरोकार व्यक्ति के चरित्र से था, वहाँ आधुनिक दृष्टिकोण का मुख्य सरोकार सामाजिक न्याय से है। सामाजिक न्याय मुख्यतः समाज के वंचित वर्गों की दशा की मांग करता है ताकि उन्हें सम्मानपूर्ण जीवन जीने का अक्सर मिल सके। आज के युग में न्याय की मुख्य समस्या यह है कि सामाजिक जीवन के अन्तर्गत ' विभिन्न व्यक्तियों या समूहों के प्रति वस्तुओं, सेवाओं, अवसरों, लाभों, शक्ति और सम्मान के साथ- साथ दायित्वों और बाध्यताओं के आबंटन का उचित आधार क्या होना चाहिए। प्लेटो के अनुसार, मनुष्य के व्यवहार के तीन मुख्य स्रोत हैं— इच्छा या तृष्णा, भावना या मनोयोग और ज्ञान या विवेक

न्याय पद अत्यंत सुपरिचित एवं सुप्रचलित है। हम प्रायः न्याय, अन्याय, न्यायसंगत, न्याय विरुद्ध पदों का प्रयोग करते हैं या लोगों द्वारा इनका प्रयोग करते हुए सुनते हैं। किन्तु यह पद जितना सुपरिचित एवं सरल प्रतीत होता है, इसका अर्थ सुनिश्चित करना या इसे परिभाषित करना उतना ही कठिन है। न्याय शब्द को वितरणात्मक, प्रतिफलात्मक और संशोधनात्मक अर्थ में भी प्रयुक्त किया जाता है। न्याय आंग्ल भाषा के "Justice" शब्द का हिन्दी रूपांतर है। इसकी उत्पत्ति लैटिन भाषा के 'Jus' 'Justus' 'justitia' आदि से हुई है, जिसका अर्थ है जोड़ना, बांधना। इस प्रकार व्युत्पत्ति की दृष्टि से जो बांधने या जोड़ने का कार्य करे वह न्याय है। "जस" का अर्थ जोड़ना या बांधना है और इसलिए यह बंधनकारी होने का बोध कराता है। तात्पर्य यह है कि न्याय बंधनकारी नियमों का समूह है जिसे न्यायालय लागू कराता है। बांधने या जोड़ने से यह भी अर्थ निकलता है कि मानवीय सम्बंधों की संगठित व्यवस्था में न्याय मनुष्य मनुष्य के मध्य जोड़ने का कार्य करता है। अतः न्याय समाज को समाज से जोड़ता है। समाज की विभिन्न संस्थाओं को परस्पर जोड़ता है, उन्हें समाज से भी जोड़ता है। वस्तुतः समाज में एक व्यवस्था होती है जिसमें व्यक्ति के कुछ अधिकार व कर्तव्य होते हैं। अधिकार और कर्तव्य की व्यवस्था का नाम न्याय है। न्याय स्वतंत्रता व समानता में भी सामंजस्य स्थापित करता है। नागरिक व आर्थिक समानता के बीच टकराव को न्याय ही दूर करता है क्योंकि आर्थिक स्वतंत्रता व समानता के अभाव में ये आदर्श निरर्थक और खोखले है। बार्कर ने Just और 'Justice' को एक दूसरे का एक दूसरे के अर्थ में भी जोड़ने या बांधनों के अर्थ में प्रयुक्त किया है।

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    अनुक्रम

  1. अध्याय -1 राजनीति विज्ञान : परिभाषा, प्रकृति एवं क्षेत्र
  2. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  3. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  4. उत्तरमाला
  5. अध्याय - 2 राजनीतिक विज्ञान की अध्ययन की विधियाँ
  6. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  7. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  8. उत्तरमाला
  9. अध्याय - 3 राजनीति विज्ञान का अन्य सामाजिक विज्ञानों से संबंध
  10. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  11. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  12. उत्तरमाला
  13. अध्याय - 4 राजनीतिक विज्ञान के अध्ययन के उपागम
  14. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  15. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  16. उत्तरमाला
  17. अध्याय - 5 आधुनिक दृष्टिकोण : व्यवहारवाद एवं उत्तर-व्यवहारवाद
  18. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  19. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  20. उत्तरमाला
  21. अध्याय - 6 आधुनिकतावाद एवं उत्तर-आधुनिकतावाद
  22. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  23. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  24. उत्तरमाला
  25. अध्याय - 7 राज्य : प्रकृति, तत्व एवं उत्पत्ति के सिद्धांत
  26. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  27. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  28. उत्तरमाला
  29. अध्याय - 8 राज्य के सिद्धान्त
  30. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  31. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  32. उत्तरमाला
  33. अध्याय - 9 सम्प्रभुता : अद्वैतवाद व बहुलवाद
  34. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  35. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  36. उत्तरमाला
  37. अध्याय - 10 कानून : परिभाषा, स्रोत एवं वर्गीकरण
  38. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  39. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  40. उत्तरमाला
  41. अध्याय - 11 दण्ड
  42. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  43. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  44. उत्तरमाला
  45. अध्याय - 12 स्वतंत्रता
  46. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  47. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  48. उत्तरमाला
  49. अध्याय - 13 समानता
  50. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  51. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  52. उत्तरमाला
  53. अध्याय - 14 न्याय
  54. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  55. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  56. उत्तरमाला
  57. अध्याय - 15 शक्ति, प्रभाव, सत्ता तथा वैधता या औचित्यपूर्णता
  58. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  59. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  60. उत्तरमाला
  61. अध्याय - 16 अधिकार एवं कर्त्तव्य
  62. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  63. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  64. उत्तरमाला
  65. अध्याय - 17 राजनीतिक संस्कृति, राजनीतिक सहभागिता, राजनीतिक विकास एवं राजनीतिक आधुनिकीकरण
  66. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  67. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  68. उत्तरमाला
  69. अध्याय - 18 उपनिवेशवाद एवं नव-उपनिवेशवाद
  70. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  71. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  72. उत्तरमाला
  73. अध्याय - 19 राष्ट्रवाद व सांस्कृतिक राष्ट्रवाद
  74. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  75. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  76. उत्तरमाला
  77. अध्याय - 20 वैश्वीकरण
  78. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  79. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  80. उत्तरमाला
  81. अध्याय - 21 मानवाधिकार
  82. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  83. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  84. उत्तरमाला
  85. अध्याय - 22 नारीवाद
  86. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  87. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  88. उत्तरमाला
  89. अध्याय - 23 संसदीय प्रणाली
  90. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  91. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  92. उत्तरमाला
  93. अध्याय - 24 राष्ट्रपति प्रणाली
  94. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  95. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  96. उत्तरमाला
  97. अध्याय - 25 संघीय एवं एकात्मक प्रणाली
  98. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  99. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  100. उत्तरमाला
  101. अध्याय - 26 राजनीतिक दल
  102. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  103. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  104. उत्तरमाला
  105. अध्याय - 27 दबाव समूह
  106. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  107. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  108. उत्तरमाला
  109. अध्याय - 28 सरकार के अंग : कार्यपालिका, विधायिका एवं न्यायपालिका
  110. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  111. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  112. उत्तरमाला
  113. अध्याय - 29 संविधान, संविधानवाद, लोकतन्त्र एवं अधिनायकवाद .
  114. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  115. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  116. उत्तरमाला
  117. अध्याय - 30 लोकमत एवं सामाजिक न्याय
  118. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  119. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  120. उत्तरमाला
  121. अध्याय - 31 धर्मनिरपेक्षता एवं विकेन्द्रीकरण
  122. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  123. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  124. उत्तरमाला
  125. अध्याय - 32 प्रतिनिधित्व के सिद्धान्त
  126. महत्त्वपूर्ण तथ्य
  127. वस्तुनिष्ठ प्रश्न
  128. उत्तरमाला

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